Tuesday, June 1, 2010

शबरी एम्पोरियम' का शुभारंभ

ग्रामीण हस्तशिल्पियों को बेहतर बाजार दिलाने की पहल जारी मुख्यमंत्री ने अहमदाबाद में किया 'शबरी एम्पोरियम' का शुभारंभ

छत्तीसगढ़ के परम्परागत, कलात्मक और विश्व प्रसिध्द ग्रामीण हस्तशिल्प को अब गुजरात राज्य में भी अच्छी पहचान के साथ एक नया बाजार मिलेगा। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने आज गुजरात की राजधानी अहमदाबाद में छत्तीसगढ़ हस्तशिल्प विकास बोर्ड के 'शबरी एम्पोरियम' का शुभारंभ करते हुए इस आशय के विचार व्यक्त किए। उन्होंने एम्पोरियम के शुभारंभ पर बोर्ड के अधिकारियों और कर्मचारियों को अपनी बधाई और शुभकामनाएं दी साथ ही प्रदेश के हस्तशिल्पियों के लिए भी शुभेच्छा प्रकट की। डॉ. रमन सिंह ने कहा कि आज गुजरात प्रदेश के स्वर्ण जयंती समारोह और दुनिया भर में मनाए गए अंतर्राष्ट्रीय श्रमिक दिवस (मई दिवस) के अवसर पर छत्तीसगढ़ की ओर से गुजरात वासियों को 'शबरी एम्पोरियम' के रूप में हम सब छत्तीसगढ़ की जनता की ओर से शुभकामनाओं सहित एक नयी सौगात दे रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ का हस्तशिल्प अपनी उच्च कोटि की कलात्मकता और कल्पनाशीलता के लिए दुनिया में बेमिसाल है। ग्रामोद्योग के क्षेत्र में हस्तशिल्प के जरिए रोजगार की असीम संभावनाएं साकार हो सकती हैं। डॉ सिंह ने कहा कि हमारा हस्तशिल्प भी हमारे हजारों ग्रामीण परिवारों के लिए रोजी-रोटी का एक महत्वपूर्ण साधन है। अम्बावाड़ी स्थित कामधेनु परिसर में आयोजित शबरी एम्पोरियम के उद्धाटन के सादगीपूर्ण कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष श्री धरमलाल कौशिक, नगरीय प्रशासन मंत्री श्री राजेश मूणत और विधायक धरसींवा श्री देवजी भाई पटेल भी विशेष रूप से उपस्थित थे।
डॉ. रमन सिंह ने कार्यक्रम में कहा कि हमारे सिध्दहस्त शिल्पकारों को उनकी कलाकृतियों के लिए छत्तीसगढ़ के अलावा देश के प्रमुख शहरों और महानगरों में भी बेहतर बाजार दिलाने की सक्रिय पहल करते हुए हर संभव प्रयास राज्य शासन द्वारा किए जा रहे हैं। नई दिल्ली के बाद अहमदाबाद में आज से प्रारंभ यह छत्तीसगढ़ हस्तशिल्प विकास बोर्ड का दूसरा प्रदर्शनी-सह-विक्रय केन्द्र है, जो राज्य के बाहर शुरू किया गया है। प्रदेश की राजधानी रायपुर सहित भिलाई, बिलासपुर, अम्बिकापुर, रायगढ़ और जगदलपुर को मिलाकर दस प्रमुख नगरों में भी हमारे हस्तशिल्प विकास बोर्ड के शबरी एम्पोरियम संचालित हैं। साथ ही राजधानी रायपुर के पंडरी में दिल्ली हाट की तर्ज पर 'छत्तीसगढ़ हाट' भी विकसित किया गया है। डॉ. रमन सिंह ने अहमदाबाद में एम्पोरियम के शुभारंभ पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ का हमारा परम्परागत ग्रामीण हस्तशिल्प प्रारंभ से ही काफी समृध्द रहा है, जो देश के विभिन्न राज्यों की तरह अब गुजरात की जनता का भी ध्यान आकर्षित करेगा। हमारे ग्रामीण कारीगरों और हस्तशिल्पियों द्वारा निर्मित बेल मेटल (ढोकरा शिल्प), टेराकोटा, काष्ठ तथा लौह शिल्प और बांस शिल्प की कलाकृतियों सहित हाथ करघा निर्मित कलात्मक कपड़ों का अपना एक अनोखा आकर्षण होता है। ये कलाकृतियां देश और दुनिया को छत्तीसगढ़ के हस्तशिल्पियों की ऊंचे दर्ज की कल्पनाशीलता का भी परिचय देती हैं।
विधानसभा अध्यक्ष श्री धरमलाल कौशिक, नगरीय प्रशासन मंत्री श्री राजेश मूणत और विधायक श्री देवजी पटेल ने भी अहमदाबाद में शबरी एम्पोरियम के शुभारंभ पर बोर्ड को बधाई और शुभकामनाएं दी। प्रदेश सरकार के ग्रामोद्योग सचिव और छत्तीसगढ़ हस्तशिल्प विकास बोर्ड के प्रबंध संचालक श्री नारायण सिंह और बोर्ड के मुख्य महाप्रबंधक श्री सुनील अवस्थी ने शबरी एम्पोरियम में मुख्यमंत्री, विधानसभा अध्यक्ष, नगरीय विकास मंत्री और विधायक सहित सभी अतिथियों का स्वागत किया। उल्लेखनीय है कि अहमदाबाद में आज शुरू हुए 'शबरी एम्पोरियम' में छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले के शिल्पग्राम एकताल के शिल्पियों द्वारा निर्मित बेल मेटल की कलाकृतियां, बस्तर (जगदलपुर) जिले के विभिन्न गांवों के आदिवासी शिल्पकारों द्वारा निर्मित काष्ठ शिल्प, लौह शिल्प और बांस शिल्प की कलाकृतियां भी प्रदर्शित की गयी हैं। इसके अलावा राज्य के जांजगीर-चाम्पा जिले में कोसा नगरी के नाम से प्रसिध्द चाम्पा के हाथ करघा बुनकरों द्वारा निर्मित कोसे की साड़ियां और अन्य ड्रेस मटेरियल भी अहमदाबाद में शबरी एम्पोरियम में रखे गए हैं।
यह भी उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश राज्य पुनर्गठन के लगभग दस वर्ष बाद छत्तीसगढ़ को तत्कालीन मध्यप्रदेश हस्तशिल्प एवं हाथकरघा विकास निगम की परिसम्पत्तियों के बटवारे में अहमदाबाद के अम्बावाड़ी स्थित सी 83 कामधेनु परिसर में 'मृगनयनी एम्पोरियम' का भवन छत्तीसगढ़ हस्तशिल्प विकास बोर्ड को प्राप्त हुआ है, जिसकी आंतरिक साज-सज्जा का कार्य पूर्ण करते हुए बोर्ड ने 'शबरी एम्पोरियम' की स्थापना की और आज मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के हाथों इसका शुभारंभ हुआ।

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